मैंने प्रभु की अनुकंपा और मेरे स्वर्गीय पिताजी के आशिर्वाद से ७७७ भजन और गीत लिखें हैं, मैं रचनाएं भी लिखता हुं, आप सभी का स्नेह-प्यार-आशिर्वाद चाहता हुं...!!🙏
शास्त्र के सब ज्ञान जानो, शस्त्र साजो वीर।
तुम सदा उनके लिए हो, शत्रु और काफीर।।
मेरी श्रीमती शोभा मोहन श्रीवास्तव जी भी कवयित्री हैं। हम दोनों छंद बद्ध छंद