हमसे जिंदगी का हिसाब ना मागो सहाब, हम जब बिगाड़ने पर आते है तो अच्छे खासे दिन को भी बिगाड़कर सुबह से शाम कर देते है, ✍️ ट्वीटर का कवि,कर्म से डकैत,मन से आज़ाद
हमसे जिंदगी का हिसाब ना मागो सहाब, हम जब बिगाड़ने पर आते है तो अच्छे खासे दिन को भी बिगाड़कर सुबह से शाम कर देते है, ✍️ ट्वीटर का कवि,कर्म से डकैत,मन से आज़ाद