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जुबां से जो नहीं कह सकते, वही बात लिखते हैं. . हमें महसूस कर लेना, जज्बात लिखते हैं हमे शायर भला क्यू, समझते हो तुम. तुम्हारी याद आती है ख्यालात लिखते हैं .✍
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